Aarzu

 

 

तू बन जाए मैं 

 

मैं बन जाऊं तू 

 

दिल में ना रहे 

 

कोई आरजू ……

 

ये हवा कह रही है 

 

ये घटा कह रही है

 

फिजाओं ने भी 

 

किया है ये इशारा … … .. 

 

बदला- बदला है ये मौसम 

 

बदला -बदला सा है ये नजारा 

 

तू बन जाए मैं  ………

 

आ उड़ चले आसमां में हम 

 

जाए ऐसी जहां 

 

नफरत का ना हो 

 

वहां कोई  नामो निशां… . . 

 

प्यार ही प्यार का 

 

रहे वो जहां

 

तू बन जाए मैं  ………

 

आ उड़ चले आसमां में हम 

 

जाए ऐसी जहां 

 

प्रेम को सदा लोग समझें जहाँ

 

दिल की है ये जुस्तजू… . 

 

इश्क की हो जहां फैलती खूशबू

 

तू बन जाए मैं  ………

 

Comment

There is no comment on this post. Be the first one.

Leave a comment