Bolta hun | बोलता हूँ

 

 

लोग कहते हैं मैं ज्यादा  बोलता हूं

 

उन्हें मालूम है मैं उनको खोलता हूं ।

 

कड़वाहट है जहाँ मीठा रस घोलता हूं

 

पर लोग कहते हैं मैं ज्यादा बोलता हूं । 

 

लोगों से मिलकर उनको तोलता हूं

 

कुछ  खरीदने  से पहले मोलता हूं ।

 

शब्दों को तोल मोल के बोलता हूं 

 

लोगों को पता है  कैसे खोलता हूं ।

 

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