करके तो देखो सही
क्या रास्ता है ये वही ?
बैठे-बैठे ही दूर से
सोचना ना है सही ।
करके सीखने से मिलता तरीका
जीवन जीने का है यही सलीका
खट्टा मीठा कभी कड़वा तीखा
करके तो देखा तभी ये सीखा ।
करके तो देखो सही
क्या रास्ता है ये वही ?
करके तो देखो सही
क्या रास्ता है ये वही ?
बैठे-बैठे ही दूर से
सोचना ना है सही ।
करके सीखने से मिलता तरीका
जीवन जीने का है यही सलीका
खट्टा मीठा कभी कड़वा तीखा
करके तो देखा तभी ये सीखा ।
करके तो देखो सही
क्या रास्ता है ये वही ?
Sanjay Sathi is a contemporary writer & storyteller, based in India
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