Jivan – Maran | जीवन मरण

man standing on top of rock mountain during golden hour

आ मृत्यु तुझे जीवन  दिखाता हूं

मारेगा कौन किसे यह  बताता हूं ।

 

करले  चाहे तू  जितना  अट्टहास

लिखूंगा आज मैं अमित इतिहास ।

 

कर्म बाण का करूँगा ऐसा संधान

मृत्यु पर होगा अनोखा अनुसंधान ।

 

होगा आज  निश्च्य ही यह निर्णय

जीवन या  मरण  किसी की  जय ।

 

पूर्वजों ने मेरे कई उत्सव ऐसे मनाये हैं

कर्मपथ,  जीवन राह हमको दिखाये हैं ।

 

आज मेरे उस पथ में चलने की बारी है

मृत्यु से दो -दो हाँथ करने की तैयारी है ।

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