Baaten karte rahna

A

 

चाहे हो कितने भी झगड़े बातें करते रहना 

लेना जिम्मेदारी कंधों पर आगे बढ़ते रहना 

बातें करते रहना ……….

 

कभी ना रोकना बातों का सिलसिला 

कितना भी हो शिकवा चाहे हो गिला

बातें करते रहना ………

 

नफरत से कभी ना  देखा करना मुस्कुराते ही रहना 

गहरा कितना प्रेम है अपना संबंधों से है यह कहना 

बातें करते रहना ………..

 

समझाना अपनों को हरदम जिम्मेदारी का है कहना 

बहुत प्यार से रहते आये हम प्यार से ही है समझना 

बातें करते रहना…………..

Comment

There is no comment on this post. Be the first one.

Leave a comment