Shamil hui

woman in black turtleneck sweater

 

तेरी दुनिया में मैं इस तरह से शामिल हुई 

 

एक टूटी कश्ती फिर से चलने के काबिल हुई 

 

तेरी बाहों के सेज पर पाया जहां सारा 

 

जैसे समंदर में  जाकर मिल गई  धारा 

 

तेरा हाथ पकड़ मुझे हर जनम में चलना है 

 

ऐ मेरे पिया मुझे तो तेरे  ही रंग में  रंगना है 

 

तेरी मुस्कुराहट ही तो मेरा सुकून है 

 

तू ही मेरी खुशी तू ही मेरा जुनून है 

 

तेरे बचपन  से  सँवरती हूं मैं 

 

तेरी नजरों से निखरती  हूं मैं 

 

तेरी उदासी मुझे तड़पाती है 

 

तेरी  बेचैनी  मुझे  सताती है 

 

झगड़े  के  बाद  वह  तुम्हारा मुझे मनाना 

 

धुंधले होते आईने को फिर से नया बनाना

 

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